Dhanteras 2023 Date कब है 10 को या 11 नवंबर को? क्या खरीदें क्या नहीं? जानिए शुभ मुहुर्त, इतिहास, विधि, सब कुछ

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Nov 6, 2023

Dhanteras 2023 Date कब है 10 को या 11 नवंबर को? क्या खरीदें क्या नहीं? जानिए शुभ मुहुर्त, इतिहास, विधि, सब कुछ

 

Dhanteras 2023 – क्या आपको इस साल पड़ने वाली Dhanteras Date 2023 को लेकर कन्फ्यूजन में है कि यह कब मनाया जाएगा और इसका शुभ मुहर्त कब है? पूजन विधि और खरीददारी के समय बरती जानें वाली सावधानी आदि के बारे में भी जानकारी देने जा रहे हैं।

Dhanteras 2023 कब हैधनतेरस को धनत्रयोदशी (Dhantrayodashi) भी कहा जाता है और यह हिंदू धर्म को मानने वाले वाले लोगों के लिए एक शुभ अवसर है, जो धन और समृद्धि के त्यौहार (Festivals) से संबधित है। यह त्यौहार कार्तिक माह के तेरहवें दिन पड़ता है और पांच दिवसीय दिवाली (Diwali) त्यौहार की शुरुआत करता है। यानी धनतेरस 5 दिवसीय दीपावली त्यौहार की शुरूआत का पहला दिन है। धनतेरस का दिन लोगों के लिए पूजा करने और वित्तीय समृद्धि के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण दिन होता है।

इसके साथ ही लोग माता लक्ष्मी (Lakshmi) भगवान गणेश (Ganesh) और भगवान कुबेर (Kuber) की पूजा करते है और दीये जलाते हैं। लोग इस दिन को अच्छे भाग्य के प्रतीक मानकर सोने या चांदी की वस्तुएं खरीदते हैं। ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार धनतेरस 2023 पर ग्रहों की स्थिति दीर्घकालिक फाइनेंस स्कीम और संपत्ति की खरीद के लिए अनुकूल है।

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1. Dhanteras 2023 की पौराणिक कथा क्या है?

कोई भी त्योहार (Festivals) हो या कोई इवेंट, उसे मनाने के पीछे कुछ कारण होते हैं। जैसे दीवाली (Diwali) और दशहरा का त्यौहार हम इसलिए मनाते हैं, क्योंकि इस दिन भगवान राम वन से वापस अयोध्या वापस आए थे और अयोध्या वापसी पर उनके स्वागत के लिए दीप जलाए गए थे। वहीं दशहरे के दिन राम ने रावण को मारा था, इसलिए रावण के पुतले जलाए जाते हैं। इसी प्रकार धनतेरस का भी अपना महत्व है। आइए इसके बारे में विस्तार जानते हैं।

 

पौराणिक कथा

पौराणिक कथा के अनुसार Dhanteras का संबंध समुद्र मंथन से है, क्योंकि समुद्र मंथन से कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन भगवान धन्वंतरि (Dhanwantari) अपने हाथों में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। मान्यताओं के अनुसार सृष्टि में चिकित्सा विज्ञान के विस्तार के लिए ही भगवान विष्णु (Vishnu) ने धन्वंतरि का अवतार लिया था और वे देवताओं के वैद्य भी हैं। इनकी पूजा करने से आरोग्य सुख यानी स्वास्थ्य लाभ मिलता है, जबकि इसके दो दिन बाद लक्ष्मी (Lakshmi) जी समुद्र मंथन से निकली थी, जिस दिन दिवाली (Diwali) होती है।

  1. धनतेरस का महत्व क्या है?

ऊपर बताई गई कथा के अनुसार जब भगवान विष्णु (Vishnu) के अवतार भगवान धन्वंतरि (Dhanwantari) प्रकट हुए, तब उनके हाथों में अमृत से भरा कलश यानी घड़ा था। लिहाजा इस दिन बर्तन खरीदने के साथ-साथ सोने और चांदी से बने आभूषण को खरीदने की परंपरा बन गई। मान्यता है कि धनतेरस तिथि का 13 के अंक से खास कनेक्‍शन है, क्योंकि इस दिन खरीदी गई चीज 13 गुना ज्यादा फल देती है। ये भी कह सकते हैं कि इस दिन शुरू किया गया काम 13 गुना सफलता दिलाता है।

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इसके साथ ही हिंदू संस्कृति में माना जाता है कि देवी लक्ष्मी (Lakshmi) केवल साफ-सुथरे घर में ही प्रवेश करती हैं, इसलिए धनतेरस (Dhanteras) पर लोग देवी लक्ष्मी को अपने निवास में आकर्षित करने और आमंत्रित करने के लिए अपने घरों की सफाई करते हैं। वे दीये जलाते हैं, रंगोली बनाते हैं और प्रवेश द्वार पर तोरण लगाते हैं। कई लोग रात में भगवान यमराज (Yamraj) की भी पूजा करते हैं और उनका आशीर्वाद पाने के लिए दीप जलाकर प्रार्थना करते हैं।

 

3. Dhanteras 2023 की तारीख, शुभ मुहूर्त और पूजन विधि क्या है?

किसी भी त्यौहार (Festivals) को मानने से पहले उसके मुहुर्त, पूजन विधि और समय का ज्ञान होना अतिआवश्यक है। साथ ही अगर वह धनत्रयोदशी (Dhantrayodashi) जैसा त्यौहार है, तो खरीददारी के मुहुर्त को भी जानना जरूरी है। आपमें से बहुत सारे लोग इस बात को लेकर कनफ्यूजन में होंगे कि Dhanteras Date 2023 कब है ? अर्थात धनतेरस 10 नवंबर 2023 को है या फिर 11 नवंबर 2023 को है? नीचे आप इन सभी सवालों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

 

4. धनतेरस की तिथि और शुभ मुहूर्त क्या है?

हर बार की तरह साल 2023 में धनतेरस (Dhanteras Date 2023) कार्तिक मास के कृष्‍ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को है। इस प्रकार इस साल धनतेरस 10 नवंबर की दोपहर 12:35 बजे से शुरू होगा और 11 नवंबर की दोपहर 01:57 बजे समाप्त होगा। पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 06:02 बजे से लेकर रात 08:00 बजे तक करीब 1 घण्टा 58 मिनट तक रहेगा। हालाँकि तिथियों के हेर-फेर की वजह से जो लोग धनतेरस का उपवास रखते हैं, वह 11 नवम्बर को ही रखें, क्योंकि 11 नवम्बर की शाम तक प्रदोष काल है।

6. धनतेरस पर क्या पूजन विधि है?

 

अगर आपको धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि (Dhanwantari), देवी लक्ष्मी (Lakshmi) और भगवान कुबेर (Kuber) देव की कृपा प्राप्त करनी है, तो आपको ऊपर बताए शुभ मुहूर्त पर पूजा की शुरूआत करना चाहिए। इस दौरान सबसे पहले आपको कुबेर देव और भगवान धन्वंतरि के चित्र की स्थापना करनी चाहिए। साथ ही माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की भी मूर्ति स्थापित को स्थापित करना चाहिए। फिर सभी देवी-देवताओं को तिलक लगाएं, पुष्प, फल, मिठाई आदि अर्पित करें और दीपक जलाएं। वहीं रात में हमें भगवान यमराज (YamRaj) को प्रसन्न करने के लिए घर के मेन गेट पर 13 और 13 दीपक घर में भी जलाने चाहिए।

 

7. धनतेरस 2023: क्या खरीदना चाहिए और क्या नहीं

त्यौहार (Festivals) के माके पर बहुत सारी चीजें ऐसी होती हैं, जिसे करना चाहिए, लेकिन बहुत सारी ऐसी भी चीजें हैं, जो करना वर्जित हैं। अर्थात करने की इजाजत नहीं है, वर्ना उसका भी नुकसान होता है। लिहाजा आइए अब जान लेते हैं कि हमें धनत्रयोदशी (Dhantrayodashi) पर क्या खरीदना चाहिए और क्या नहीं खरीदना चाहिए?

 

8. धनतेरस पर कौन-सी चीजों को खरीदना शुभ होता है?

मान्यता है कि भगवान धनवंतरि (Dhanwantari) का धातु पीतल है, इसलिए इस दिन पीतल के बर्तन को खरीदना शुभ माना जाता है। पीतल के अलावा आप धनतेरस के दिन सोने, चांदी और तांबे के सामान के साथ-साथ बर्तन को खरीद सकते हैं, क्योंकि ये चीजें आपके घर में आरोग्यता और समृद्धि लेकर आती है। इस दिन झाड़ू खरीदना भी शुभ माना जाता है, क्योंकि झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है और नई झाड़ू को लाने से लक्ष्मी का आगमन होता है। इसके अलावा आप पान के पत्‍ते, धनिया, लक्ष्‍मी चरण, लक्ष्‍मी-गणेश (Lakshmi-Ganesh) की प्रतिमा, खील बताशे और नए वाहन या मशीनरी को भी खरीद सकते हैं।

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9. धनतेरस पर कौन-सा सामान खरीदना अशुभ होता है ?

धनतेरस का मतलब यह नहीं है कि आप इस दिन सभी चीजों की खरीददारी कर सकते हैं, बल्कि कई ऐसी चीजें होती हैं, जिन्हें अशुभ माना जाता है और माता लक्ष्मी (Lakshmi) जी इन्हें घर लाने से नाराज होती हैं। धनत्रयोदशी (Dhantrayodashi) के दिन चीनी मिट्टी के शोपीस और लोहे के सामान को नहीं खरीदनी चाहिए, क्योंकि लोहे को शनिदेव का कारक माना जाता है, जो अशुभ है। Diwali से दो दिन पहले एल्यूमिनियम के बर्तन, सामान या नुकीली और धारदार चीजें (चाकू, कैंची, पिन, सूई या कोई धारदार सामान) खरीदने से बचना चाहिए, जबकि प्लास्टिक का सामान और कांच के बर्तन को भी नहीं लेना चाहिए, क्योंकि कांच का संबंध राहु से होता है, इसलिए धनतेरस के दिन कांच खरीदने से बचना चाहिए।

10. धनतेरस पर क्या करना चाहिए?

धनतेरस के दिन आपको सबसे पहले सुबह उठकर घर की सफाई करनी चाहिए और घर से ऐसी चीजों को हटा देना चाहिए, जिनका आप इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। यानी आप अपने घर की कबाड़ वस्तुओं या फिर जिन गैर जरुरी चीजों का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं, उन्हें घर से बाहर कर दें। आपको इस दिन अपने घर की सजावट फूलों से करना चाहिए और घर पर चांदी लाना चाहिए। इसके साथ ही माता लक्ष्मी की पूजा करते हुए उन्हें कमल पूष्प अर्पित करना चाहिए। यह कार्य शुभ माना जाता है।

11. धनतेरस पर क्या नहीं करना चाहिए?

धनतेरस के दिन नई झाड़ू लाई जाती है, क्‍योंकि झाड़ू (Jhadu) को लक्ष्‍मी (Lakshmi) का प्रतीक माना गया है। झाड़ू आपके घर से दरिद्र या गंदगी को हटाती है, इसलिए आपको इस दिन झाडू पर अपना पैर भी नहीं रखना चाहिए। आप धनतेरस 2023 के दिन मांस-मीट और शराब आदि का सेवन न करें, क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है और घर में बरकत नहीं आती है। आपको किसी से झगड़ा नहीं करना चाहिए और घर के माहौल को खुशनुमा रखना चाहिए। इस दिन जोर-जोर से या डीजे आदि गाने आदि न बजाएं और न ही अपने बुजुर्गों का या बच्चों का अपमान करें।

12. इस साल Dhanteras Date का शुभ मुहूर्त कब है?

साल 2023 में धनत्रयोदशी का शुभ मुहुर्त 11 नवम्बर को सुबह 6 बजकर 31 मिनट से दोपहर 2 बजकर 34 मिनट तक है।

13. धनतेरस क्यों मनाया जाता है?

धनतेरस वह दिन है जब देवी लक्ष्मी और भगवान कुबेर और सोने से भरे बर्तन के साथ दूध के सागर से प्रकट हुए थे। यह दिन समुंद्र मंथन से निकले भगवान धन्वंतरि की पूजा करने के दिन के भी रूप में जाता है।

14. क्या धनतेरस का संबंध यमराज जी से भी है?

जी हां. धनतेरस का संबंध यमराज (Yamraj) से भी है, क्य़ोंकि यमराज ने कहा है कि अगर कोई व्यक्ति धनतेरस के दिन विधि विधान के साथ पूजा-अर्चना और दीपदान करता है तो उसकी अकाल मृत्यु नहीं होती है।

15. इस फेस्टिव सीजन की 5 प्रमुख तारीख कौन सी है ?

इस साल Diwali की 5 प्रमुख तारीख निम्न हैं –

धनतेरस – शुक्रवार, 10 नवंबर 2023, त्रयोदशी

छोटी दिवाली – शनिवार, 11 नवंबर 2023, चतुर्दशी

Diwali 2023 (लक्ष्मी पूजा) – रविवार, 12 नवंबर 2023, अमावस्या

गोवर्धन पूजा – मंगलवार, 14 नवंबर 2023,प्रतिपदा

भैया दूज बुधवार, 15 नवंबर 2023, द्वितीय

16. क्या दिवाली के दिन सोना खरीद सकते हैं?

जी हां. आप दीवाली के दिन सोना खरीद सकते हैं, क्योंकि यह एक दीर्घकालिक संपत्ति है, जिस पर लोग विपरीत परिस्थितियों में निर्भर रह सकते हैं। लिहाजा सोना खरीदने के लिए धनतेरस और दिवाली को सबसे शुभ अवसरों में से एक है।

17. क्या धनतेरस के दिन पैसा खर्च किया जा सकता है?

जी हां. आप इस दिन पैसा खर्च कर सकते हैं, लेकिन इस दिन कर्ज चुकाने या दूसरों से पैसा उधार लेने जैसे कार्यों से बचना चाहिए। प्रतीकात्मक रूप से यह दिन रसीदों का होना चाहिए, डेबिट का नहीं है।

18. धनतेरस पर कितने झाड़ू खरीदनी चाहिए?

इस दिन एक साथ तीन झाड़ू खरीदना बहुत शुभ माना जाता है. इस दिन लाई गई झाड़ू को कभी भी खुला ना रखें. माना जाता है कि इससे घर में कलह होती है. इसलिए धनतेरस के दिन लाई हुई झाड़ू को हमेशा ढककर रखना चाहिए।